PM Vishwakarma Yojana, पीएम विश्वकर्मा योजना, भारत सरकार के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक महत्वपूर्ण केंद्रीय योजना है। इस योजना का उद्देश्य कारीगरों और शिल्पकारों को वित्तीय सहायता, कौशल विकास, आधुनिक उपकरण, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और बाजार तक पहुंच प्रदान करके उनका समग्र विकास सुनिश्चित करना है। योजना के तहत लाभार्थियों को संपार्श्विक मुक्त क्रेडिट की सुविधा दी जाती है, जिससे वे अपने व्यवसाय को आसानी से बढ़ा सकते हैं।
यह योजना पांच वर्षों के लिए 2027-28 तक लागू रहेगी। पीएम विश्वकर्मा योजना का लाभ उठाने के लिए 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के योग्य उम्मीदवार pmvishwakarma.gov.in पोर्टल पर या CSC के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण कर सकते हैं। यह ऑनलाइन प्रक्रिया सरल और सहज है, जिससे अधिक से अधिक कारीगर और शिल्पकार योजना का लाभ उठा सकें।
PM Vishwakarma Yojana क्या है?
PM Vishwakarma Yojana सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक केंद्रीय योजना है, जो कारीगरों और शिल्पकारों को बिना संपार्श्विक ऋण, कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और बाजार तक पहुंच जैसी संपूर्ण सहायता प्रदान करती है। यह योजना 2027-28 तक पांच साल के लिए लागू की जाएगी। प्रशिक्षण के दौरान लाभार्थियों को प्रतिदिन ₹500 की आर्थिक सहायता दी जाएगी, साथ ही सरकार टूल किट खरीदने के लिए ₹15,000 सीधे बैंक खाते में ट्रांसफर करेगी।
इस योजना में शामिल व्यवसायों की श्रेणियां निम्न हैं: बढ़ई (सुथार), नाव निर्माता, कवच निर्माता, लोहार, हथौड़ा और टूल किट निर्माता, ताला बनाने वाला, सुनार, कुम्हार, मूर्तिकार/पत्थर तराशने वाला, मोची/जूता निर्माता, राजमिस्त्री, टोकरी निर्माता/चटाई निर्माता, पारंपरिक गुड़िया और खिलौना निर्माता, नाई, माला निर्माता, धोबी, दर्जी और मछली पकड़ने के जाल निर्माता।
पीएम विश्वकर्मा योजना Summary
आयोजक | भारत सरकार |
विभाग का नाम | सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय |
योजना का नाम | पीएम विश्वकर्मा योजना |
योजना की शुरूआत | 17 सितम्बर 2023 |
योजना का उद्देश्य | मुफ्त प्रशिक्षण एंव ऋण प्रदान करना |
योजना का लाभ | 3 लाख रूपये तक का ऋण |
Registration Mode | Online |
Helpline No. | 18002677777 |
Official Website | pmvishwakarma.gov.in |
प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के प्रमुख फायदे
पहचान
- प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के माध्यम से विश्वकर्मा के रूप में आधिकारिक पहचान प्रदान की जाती है।
कौशल विकास
- कौशल सत्यापन के बाद 5-7 दिनों (40 घंटे) का बुनियादी प्रशिक्षण।
- इच्छुक उम्मीदवार 15 दिनों (120 घंटे) के उन्नत प्रशिक्षण में भी भाग ले सकते हैं।
- प्रशिक्षण के दौरान ₹500 प्रति दिन वजीफा दिया जाएगा।
टूलकिट प्रोत्साहन
- ₹15,000 का अनुदान प्रदान किया जाता है।
ऋण सहायता
- संपार्श्रिक-मुक्त उद्यम विकास ऋण: पहली किश्त ₹1,00,000 (18 महीने में चुकौती) और दूसरी किश्त ₹2,00,000 (30 महीने में चुकौती)।
- ब्याज दर केवल 5%, जिसमें 8% की ब्याज सब्सिडी MSME मंत्रालय द्वारा दी जाएगी।
- क्रेडिट गारंटी शुल्क सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।
डिजिटल लेनदेन प्रोत्साहन
- अधिकतम 100 मासिक लेनदेन पर प्रति लेनदेन ₹1 का प्रोत्साहन।
विपणन सहायता
- राष्ट्रीय विपणन समिति (NCM) द्वारा गुणवत्ता प्रमाणन, ब्रांडिंग, ई-कॉमर्स लिंकेज, व्यापार मेला विज्ञापन और अन्य प्रचार गतिविधियां प्रदान की जाएंगी।
PM Vishwakarma Yojana ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया
पात्र लाभार्थी को अपना पंजीकरण CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से कराना आवश्यक है। आवेदनकर्ता स्वयं या ग्राम स्तरीय उद्यमियों (VLE) की सहायता से CSC के जरिए आवेदन कर सकते हैं।
पंजीकरण प्रक्रिया
- पीएम विश्वकर्मा के आधिकारिक पोर्टल pmvishwakarma.gov.in पर जाएं और ऊपर दाएं कोने में “लॉगिन” पर क्लिक करें। फिर “सीएससी रजिस्टर कारीगर” चुनें।
- “अभी पंजीकरण करें” पेज पर दिए गए प्रश्नों का उत्तर हां या नहीं में दें और “जारी रखें” पर क्लिक करें।
- आधार सत्यापन के लिए, अपने आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर भेजा गया 6 अंकों का OTP दर्ज करें और “जारी रखें” दबाएं।
- अगली स्क्रीन पर आधार नंबर व मोबाइल नंबर दर्ज कर “जारी रखें” करें।
आवेदन प्रक्रिया
- नजदीकी CSC पर जाकर बायोमेट्रिक सत्यापन पूरा करें।
- ऑनलाइन आवेदन पत्र भरें और “सबमिट” करें। आवेदन संख्या नोट करना न भूलें।
सत्यापन प्रक्रिया
- ग्राम पंचायत या स्थानीय प्रशासन द्वारा पात्रता की जांच।
- जिला कार्यान्वयन समिति द्वारा आवेदनों की समीक्षा और सिफारिश।
- स्क्रीनिंग कमेटी की अंतिम मंजूरी।
लाभ वितरण
- तीन-चरणीय सत्यापन के बाद कारीगर को डिजिटल आईडी, पीएम विश्वकर्मा डिजिटल प्रमाणपत्र और आईडी कार्ड प्रदान किया जाएगा। ये प्रमाणपत्र उन्हें योजना के सभी लाभों का अधिकारी बनाएगा।
PM Vishwakarma Yojana पात्रता शर्तें
- आवेदक को हाथों और औजारों से काम करने वाला कारीगर या शिल्पकार होना चाहिए।
- आवेदक असंगठित क्षेत्र में स्व-रोज़गार पर कार्यरत होना आवश्यक है।
- आवेदक को योजना में बताए गए 18 पारिवारिक पारंपरिक व्यवसायों में से किसी एक में संलग्न होना चाहिए।
- आवेदन के समय आवेदक की न्यूनतम आयु 18 वर्ष होनी चाहिए।
- पंजीकरण के समय आवेदक संबंधित व्यवसाय में सक्रिय रूप से कार्यरत होना चाहिए।
- पिछले 5 वर्षों में केंद्र या राज्य सरकार की क्रेडिट-आधारित योजनाओं (जैसे पीएमईजीपी, पीएम स्वनिधि, मुद्रा) के तहत ऋण न लिया हो।
- योजना के तहत पंजीकरण और लाभ परिवार के एक ही सदस्य तक सीमित रहेगा।
FAQs
PM Vishwakarma Yojana क्या है?
यह योजना कारीगरों और शिल्पकारों को बिना संपार्श्विक ऋण, कौशल प्रशिक्षण, आधुनिक उपकरण, और डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन प्रदान करती है। इसका उद्देश्य उन्हें आर्थिक रूप से सशक्त बनाना और उनके व्यवसाय को बढ़ावा देना है।
कौन आवेदन कर सकता है?
18 वर्ष या उससे अधिक आयु वाले हाथों और औजारों से काम करने वाले कारीगर या शिल्पकार इस योजना के लिए पात्र हैं। वे असंगठित क्षेत्र में स्व-रोज़गार पर कार्यरत होने चाहिए और योजना में सूचीबद्ध व्यवसायों में संलग्न होना आवश्यक है।
कैसे आवेदन करें?
उम्मीदवार pmvishwakarma.gov.in पोर्टल या अपने नजदीकी CSC (कॉमन सर्विस सेंटर) के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन प्रक्रिया में आधार सत्यापन और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण भी शामिल है।
लाभ क्या हैं?
योजना के तहत कारीगरों को ₹500 प्रति दिन प्रशिक्षण वजीफा, ₹15,000 टूलकिट खरीदने के लिए अनुदान, और 5% ब्याज दर पर बिना संपार्श्विक ऋण की सुविधा मिलती है। इसके अलावा, डिजिटल लेनदेन पर भी प्रोत्साहन प्रदान किया जाता है।
क्या परिवार में एक से अधिक सदस्य आवेदन कर सकते हैं?
योजना के नियमों के अनुसार, परिवार के केवल एक सदस्य को ही पंजीकरण और लाभ लेने की अनुमति है। इससे लाभार्थियों की संख्या अधिक से अधिक बढ़ाने में मदद मिलती है।
Conclusion
PM Vishwakarma Yojana एक केंद्र सरकार की पहल है जो कारीगरों और शिल्पकारों को समग्र सहायता प्रदान करती है। यह योजना उन्हें वित्तीय सहायता, प्रशिक्षण, उपकरण, और डिजिटल सुविधाएं उपलब्ध कराती है। ऑनलाइन पंजीकरण की सरल प्रक्रिया के माध्यम से, योग्य उम्मीदवार pmvishwakarma.gov.in या CSC के जरिए आवेदन कर सकते हैं। योजना 2027-28 तक लागू रहेगी, जिससे लाखों कारीगरों को लाभ मिलेगा।